Hindi shayari Sangrah | shayari Manoranjan | Hindi love shayari
मेरे रूह में कुछ इस तरह शामिल हो चुकी हो मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मेरी मंजिल हासिल हो चुकी हो गलतफहमी में नाकाबिल बताने वाले लोगों से परे महसूस हो रहा है जैसे जिंदगी काबिल हो चुकी हो
Love shayari |
आज फिर अपने दुखड़े सुनाकर आया हूं उस बेवफा से सुधारने की आस लगाकर आया हूं जो शक के बिनाह पर खता हो गई सभी रंजो गम को भुला देने की आस लगाकर आया हूं
जख्म देकर फिर मरहम लगा रही है हमारी मोहब्बत ऐसी है यारों अजब गजब तरीके से सता रही है मैं नासमझ बनकर दिल लगा रहा हूं अपनी तकदीर के जनाजे पर फूल खुद ही चढ़ा रहा हूं
तुम्हारी मोहब्बत मन के एहसासों में है हर वक्त ख्वाबों खयालों में है अब दूरियां सताने लगी है नजदीक होने को बेचैन रहने लगा हूं
दिल बहुत मासूम है विपरीत जरा सा जोर पड़ने पर टूट जाता है जब रिश्तो में दरार पड़ती है फिर खास अपनों का साथ छूट जाता है
दीदार को नजरें टिक जाती है दिल में हलचल जोरदार होती है और कुछ याद रहता नहीं है उस पल में जन्नत महसूस करता हूं जब आंखें चार होती है
आजकल मुझे नींद नहीं आती है तुम्हारी यादों में करवटें बदलने लगा हूं दूर रहकर गुजारा मुमकिन नहीं है कुछ इस तरह प्यार करने लगा हूं
दिल लगाने की ख्वाहिश अधूरी रही है अपनी ऐसी लवस्टोरी रही है जहां भी टाका भिड़ाने की कोशिश किया हूं मुझको कोई न सिंगल मिली है
उसने खुलकर अपनी मोहब्बत का इजहार किया है पहली बार हद से ज्यादा खुशियों का उपहार मिला है भरपूर जिंदगी जीने लगा हूं सभी मुश्किलों से निजात मिला है
जब से मोहब्बत ने जिंदगी में दस्तक दिया है मेरी ख्वाहिशों में इजाफा हुआ है मन खुशियों का आसमान छू रहा है हम दोनों में उम्र भर साथ रहने का वादा हुआ है
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